SSC, UPSC और अन्य सरकारी परीक्षाओं के लिए प्रमुख बिंदु

  • शीर्ष प्रदर्शनकर्ता: चंडीगढ़ (703), पंजाब (631.1), दिल्ली (623.7)
  • निचले प्रदर्शनकर्ता: मेघालय (417.9), अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, नागालैंड, बिहार
  • कुल अंक: 1000 में से स्कोरिंग
  • PGI 2.0 के क्षेत्र: लर्निंग आउटकम, पहुंच, आधारभूत ढांचा, समानता, शासन प्रक्रिया, शिक्षक प्रशिक्षण
  • डेटा स्रोत: NAS 2021, UDISE+, पीएम पोषण
  • कुल राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों का मूल्यांकन: 36
  • बेहतर स्कोर: 25 राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों ने 2022-23 की तुलना में 2023-24 में सुधार किया
  • पूर्व रिपोर्टों से तुलना संभव नहीं: PGI 2.0 की संरचना अलग है

PGI 2.0 रिपोर्ट 2023-24 की पूरी जानकारी

PGI 2.0 क्या है?

PGI (Performance Grading Index) यानी प्रदर्शन ग्रेडिंग सूचकांक, शिक्षा मंत्रालय द्वारा 2017 में शुरू किया गया एक उपकरण है, जो भारत के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता का मूल्यांकन करता है। PGI 2.0, जिसे 2021 में अपडेट किया गया, निम्नलिखित छह मुख्य क्षेत्रों में प्रदर्शन का आकलन करता है:

  1. लर्निंग आउटकम और गुणवत्ता
  2. पहुंच
  3. आधारभूत संरचना और सुविधाएं
  4. समानता
  5. शासन प्रक्रिया
  6. शिक्षक शिक्षा और प्रशिक्षण

राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को कैसे रैंक किया जाता है?

प्रत्येक राज्य/UT को 1000 अंकों में से स्कोर दिया जाता है, जो निम्न स्रोतों पर आधारित होता है:

  • NAS 2021 (राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण)
  • UDISE+ (यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इंफॉर्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन प्लस)
  • PM POSHAN (मिड-डे मील कार्यक्रम)

ये स्कोर सरकार को कमजोर क्षेत्रों की पहचान करने और नीतिगत सुधार करने में मदद करते हैं।

शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्य/UT (2023-24)

  • चंडीगढ़ – 703
  • पंजाब – 631.1
  • दिल्ली – 623.7
  • अन्य उच्च स्कोरर (581-640): केरल, गुजरात, ओडिशा, हरियाणा, गोवा, महाराष्ट्र, राजस्थान

मध्यम श्रेणी के स्कोरर (521-580)

  • उत्तर प्रदेश
  • तमिलनाडु
  • कर्नाटक
  • आंध्र प्रदेश
  • पश्चिम बंगाल
  • मध्य प्रदेश
  • हिमाचल प्रदेश
  • उत्तराखंड

सबसे कम स्कोरिंग राज्य

  • मेघालय – 417.9
  • अरुणाचल प्रदेश – 461.4
  • मिजोरम – 464.2
  • नागालैंड – 468.6
  • बिहार – 471.9

समय के साथ प्रदर्शन

  • चंडीगढ़ लगातार शीर्ष पर:
    • 2021-22: 659
    • 2022-23: 687.8
    • 2023-24: 703
  • PGI 2.0 स्कोर पिछली रिपोर्टों से सीधे तुलना योग्य नहीं हैं, क्योंकि संरचना में बदलाव हुआ है।

स्थैतिक सामान्य ज्ञान: रिपोर्ट में शामिल राज्य

चंडीगढ़

  • राजधानी: चंडीगढ़ (केंद्र शासित प्रदेश)
  • प्रशासक: बनवारीलाल पुरोहित
  • प्रसिद्ध: रॉक गार्डन, शिक्षा रैंकिंग

पंजाब

  • राजधानी: चंडीगढ़
  • मुख्यमंत्री: भगवंत मान
  • राज्यपाल: बनवारीलाल पुरोहित
  • महत्वपूर्ण नदियाँ: सतलुज, ब्यास
  • राष्ट्रीय उद्यान: अबोहर वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी, हरिके वेटलैंड

दिल्ली

  • राजधानी: दिल्ली (केंद्र शासित प्रदेश)
  • मुख्यमंत्री: अरविंद केजरीवाल
  • उपराज्यपाल: विनय कुमार सक्सेना
  • नदी: यमुना
  • विशेषताएं: शिक्षा सुधार, मोहल्ला क्लिनिक

मेघालय

  • राजधानी: शिलांग
  • मुख्यमंत्री: कॉनराड संगमा
  • राज्यपाल: फागू चौहान
  • राष्ट्रीय उद्यान: नोकरेक, बालपक्रम
  • नदियाँ: सिमसांग, उमंगोट

गुजरात

  • राजधानी: गांधीनगर
  • मुख्यमंत्री: भूपेंद्र पटेल
  • नदियाँ: नर्मदा, साबरमती
  • राष्ट्रीय उद्यान: गिर, वेलावदर

बिहार

  • राजधानी: पटना
  • मुख्यमंत्री: नीतीश कुमार
  • राज्यपाल: राजेंद्र अर्लेकर
  • राष्ट्रीय उद्यान: वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान
  • नदियाँ: गंगा, गंडक

संभावित MCQs

1. PGI 2.0 रिपोर्ट 2023-24 में किस केंद्र शासित प्रदेश ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया?
a) दिल्ली
b) पंजाब
c) चंडीगढ़
d) गुजरात
उत्तर: c) चंडीगढ़

2. PGI 2.0 स्कूल शिक्षा का मूल्यांकन कितने क्षेत्रों में करता है?
a) 4
b) 5
c) 6
d) 7
उत्तर: c) 6

3. PGI 2.0 रिपोर्ट 2023-24 में किस राज्य का स्कोर सबसे कम है?
a) बिहार
b) मिजोरम
c) मेघालय
d) नागालैंड
उत्तर: c) मेघालय

4. PGI 2.0 में राज्यों/UT को कुल कितने अंकों में से स्कोर किया जाता है?
a) 800
b) 1000
c) 1200
d) 1500
उत्तर: b) 1000

5. निम्न में से कौन सा PGI 2.0 के डेटा स्रोत में शामिल नहीं है?
a) UDISE+
b) पीएम पोषण
c) NAS 2021
d) नीति आयोग सूचकांक
उत्तर: d) नीति आयोग सूचकांक


UPSC प्रारूप में FAQs (उत्तर लेखन शैली में)

Q1. भारत की स्कूल शिक्षा नीति को आकार देने में PGI 2.0 रिपोर्ट का महत्व समझाइए।

उत्तर:
परफॉर्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (PGI) 2.0 एक व्यापक ढांचा है जिसे शिक्षा मंत्रालय द्वारा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में स्कूल शिक्षा के मूल्यांकन हेतु विकसित किया गया है। यह नीति निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह छह क्षेत्रों जैसे लर्निंग आउटकम, आधारभूत ढांचा, और शिक्षक प्रशिक्षण में मापनीय डेटा प्रदान करता है। यह कमजोर बिंदुओं की पहचान कर नीति हस्तक्षेप को संभव बनाता है, प्रतिस्पर्धात्मक संघवाद को बढ़ावा देता है और इसे NEP 2020 से जोड़ा गया है। हालाँकि, इसकी संरचना में बदलाव के कारण यह पूर्व PGI रिपोर्टों से सीधे तुलना योग्य नहीं है। फिर भी, यह एक प्रभावी बेंचमार्किंग टूल बना हुआ है।

Q2. आपके अनुसार कौन-से कारण हैं जिससे कुछ राज्य लगातार PGI इंडेक्स में पिछड़ते हैं? उनके प्रदर्शन को सुधारने हेतु उपाय सुझाइए।

उत्तर:
मेघालय और बिहार जैसे राज्य लगातार पिछड़ते हैं क्योंकि वहाँ आधारभूत ढांचे की कमी, प्रशासनिक विफलता, शिक्षक प्रशिक्षण की कमी और उच्च ड्रॉप-आउट रेट जैसी समस्याएं हैं। भौगोलिक और सामाजिक-आर्थिक असमानताएँ भी शिक्षा तक पहुंच को बाधित करती हैं। इनके प्रदर्शन को सुधारने के लिए जरूरी उपाय हैं:

  1. लक्षित फंडिंग द्वारा आधारभूत ढांचे में सुधार
  2. दूरस्थ क्षेत्रों में डिजिटल शिक्षा का विस्तार
  3. प्रभावी शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम
  4. डेटा निगरानी और जवाबदेही बढ़ाना
  5. पीएम पोषण जैसी योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन
    तकनीकी समाधान और सामुदायिक भागीदारी से भी परिणाम बेहतर किए जा सकते हैं।