SSC, UPSC और अन्य सरकारी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण बिंदु

  • एडीबी ऋण: गुजरात के लिए 109.97 मिलियन डॉलर का परिणाम-आधारित ऋण स्वीकृत।
  • उद्देश्य: उन्नत कौशल और उद्योग-उन्मुख कार्यबल तैयार करना।
  • फोकस सेक्टर: लॉजिस्टिक्स, ऑटोमोटिव, मैन्युफैक्चरिंग, आईटी, नवीकरणीय ऊर्जा, हेल्थकेयर, एग्री-टेक।
  • लक्ष्य: 2030 तक 175,000 वंचित व्यक्तियों को प्रशिक्षण देना; 60,000 को उन्नत कौशल के साथ स्नातक बनाना।
  • कार्यान्वयन एजेंसी: श्रम, कौशल विकास और रोजगार विभाग एवं कौशल्या: द स्किल यूनिवर्सिटी (KSU)।
  • मॉडल: परिणाम-आधारित ऋण (RBL), भुगतान परिणामों से जुड़ा।
  • नीति संरेखण: राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, गुजरात कौशल विकास योजना (2025-2030)।
  • समावेशन फोकस: महिलाओं और वंचित वर्गों की भागीदारी को बढ़ावा देना।

पूरी जानकारी

परिचय

एशियाई विकास बैंक (ADB) ने 13 जून 2025 को गुजरात की औद्योगिक दृष्टि को मजबूत करने और भविष्य के लिए तैयार कार्यबल तैयार करने के लिए 109.97 मिलियन डॉलर का परिणाम-आधारित ऋण मंजूर किया। यह पहल तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा को आधुनिक बनाने के लिए तैयार की गई है ताकि गुजरात की युवा आबादी को कुशल और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी श्रमबल में बदला जा सके।

गुजरात कौशल विकास कार्यक्रम क्या है?

गुजरात कौशल विकास कार्यक्रम का उद्देश्य उद्योग-संगत उन्नत कौशल के साथ कार्यबल को तैयार करना है ताकि सात प्राथमिक क्षेत्रों में रोजगार को बढ़ावा मिल सके:

  • लॉजिस्टिक्स
  • ऑटोमोटिव
  • मैन्युफैक्चरिंग
  • सूचना प्रौद्योगिकी
  • नवीकरणीय ऊर्जा
  • स्वास्थ्य देखभाल
  • कृषि-तकनीक

कार्यक्रम के अंतर्गत 11 मेगा औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) को उन्नत किया जाएगा, केंद्र उत्कृष्टता स्थापित किए जाएंगे और निजी प्रशिक्षण प्रदाताओं से साझेदारी की जाएगी। यह सब कौशल्या: द स्किल यूनिवर्सिटी (KSU) के नेतृत्व में होगा।

उद्देश्य

  • टीवीईटी इकोसिस्टम का आधुनिकीकरण: उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे AI को शामिल करना।
  • समावेश को बढ़ावा देना: महिलाओं और वंचित वर्गों की तकनीकी क्षेत्रों में भागीदारी को बढ़ाना।
  • जलवायु लक्ष्य: जलवायु लचीलापन और हरित भवन सुविधाओं को शामिल करना।
  • प्रमाणन: अंतरराष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय मानकों से पाठ्यक्रम का प्रमाणन कराना।

कार्यान्वयन

  • RBL मॉडल: भुगतान को रोजगार क्षमता सुधार, KSU की बेहतर गवर्नेंस, अंतरराष्ट्रीय प्रमाणन और शिक्षक गुणवत्ता से जोड़ा जाएगा।
  • 2030 तक: 175,000 वंचित व्यक्तियों को प्रशिक्षण, 60,000 को उन्नत कौशल के साथ स्नातक बनाना, महिलाओं की इंजीनियरिंग में भागीदारी बढ़ाना।

एडीबी की भूमिका

एडीबी, 1966 में स्थापित, एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सतत और समावेशी विकास को बढ़ावा देने वाला प्रमुख बहुपक्षीय बैंक है।


संगठनों और राज्य के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य

एशियाई विकास बैंक (ADB)

  • स्थापना वर्ष: 1966
  • सदस्य: 69 (50 एशिया-प्रशांत से)
  • मुख्यालय: मनीला, फिलीपींस
  • फोकस: सतत, समावेशी विकास, गुणवत्तापूर्ण अवसंरचना

गुजरात

  • राजधानी: गांधीनगर
  • मुख्यमंत्री (2025): भूपेंद्र पटेल
  • राज्यपाल (2025): आचार्य देवव्रत
  • मुख्य नदियाँ: नर्मदा, तापी, साबरमती
  • महत्वपूर्ण राष्ट्रीय उद्यान: गिर राष्ट्रीय उद्यान, ब्लैकबक राष्ट्रीय उद्यान, मरीन राष्ट्रीय उद्यान

MCQs

1. एशियाई विकास बैंक ने गुजरात के कौशल विकास कार्यक्रम के लिए कितनी राशि का ऋण स्वीकृत किया है?
A) $100 मिलियन
B) $109.97 मिलियन
C) $150 मिलियन
D) $200 मिलियन

2. गुजरात के कौशल विकास कार्यक्रम का नेतृत्व कौन सी यूनिवर्सिटी कर रही है?
A) गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी
B) कौशल्या: द स्किल यूनिवर्सिटी
C) महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी
D) सरदार पटेल यूनिवर्सिटी

3. गुजरात कौशल विकास कार्यक्रम कितने प्राथमिक क्षेत्रों पर केंद्रित है?
A) 5
B) 6
C) 7
D) 8

4. एडीबी का मुख्यालय कहां स्थित है?
A) टोक्यो
B) मनीला
C) जकार्ता
D) बैंकाक

5. 2025 में गुजरात के वर्तमान मुख्यमंत्री कौन हैं?
A) विजय रूपाणी
B) भूपेंद्र पटेल
C) आनंदीबेन पटेल
D) नरेंद्र मोदी


UPSC-शैली FAQs (Answer Writing Format)

Q1. गुजरात के कौशल विकास लक्ष्यों के संदर्भ में एडीबी के $109.97 मिलियन ऋण का महत्व बताएं।

उत्तर:
एडीबी का $109.97 मिलियन ऋण भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और स्किल इंडिया मिशन के व्यापक दृष्टिकोण के अनुरूप है। यह पहल इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह गुजरात में एक भविष्य-तैयार कार्यबल के निर्माण पर केंद्रित है, जो आईटी, मैन्युफैक्चरिंग, नवीकरणीय ऊर्जा जैसे उच्च-विकास क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों को बढ़ाएगा। यह कार्यक्रम उन्नत और उद्योग-अनुकूल कौशल विकास को समर्थन देता है, समावेश को प्रोत्साहित करता है और गुजरात को तकनीकी एवं व्यावसायिक शिक्षा सुधार का एक मॉडल बनाता है। परिणाम-आधारित ऋण (RBL) दृष्टिकोण से उत्तरदायित्व और मापनीय परिणाम सुनिश्चित होते हैं, जैसे बेहतर प्रशासन, अंतरराष्ट्रीय प्रमाणन और हरित अवसंरचना।


Q2. गुजरात कौशल विकास कार्यक्रम समावेशी विकास और जलवायु लक्ष्यों में कैसे योगदान देता है?

उत्तर:
गुजरात कौशल विकास कार्यक्रम समावेशी विकास को बढ़ावा देता है क्योंकि यह 175,000 वंचित व्यक्तियों को प्रशिक्षण देने और महिलाओं की इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में भागीदारी बढ़ाने का लक्ष्य रखता है। यह कार्यक्रम सामाजिक और लैंगिक असमानताओं को कम करने के लिए गुणवत्ता युक्त प्रशिक्षण की समावेशी पहुंच प्रदान करता है। जलवायु लक्ष्यों की दृष्टि से यह कार्यक्रम जलवायु लचीलापन और हरित भवन सुविधाओं को शामिल करता है, जो भारत की सतत विकास प्रतिबद्धता के अनुरूप है। इससे हरित अर्थव्यवस्था के निर्माण में योगदान मिलता है, साथ ही मानव पूंजी मजबूत होती है।


Q3. गुजरात कौशल विकास कार्यक्रम की सफलता में कौशल्या: द स्किल यूनिवर्सिटी की भूमिका पर चर्चा करें।

उत्तर:
कौशल्या: द स्किल यूनिवर्सिटी (KSU) गुजरात कौशल विकास कार्यक्रम का प्रमुख संस्थान है, जो हब-एंड-स्पोक मॉडल के माध्यम से सरकारी आईटीआई और निजी प्रशिक्षण प्रदाताओं के बीच समन्वय करता है। KSU का दायित्व पाठ्यक्रम डिजाइन का आधुनिकीकरण करना, उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षण देना और अंतरराष्ट्रीय मानक एजेंसियों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के साथ साझेदारी करना है। यह विश्वविद्यालय संस्थागत क्षमता उन्नयन, उभरती तकनीकों का एकीकरण (जैसे AI) और बेहतर प्रशासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस कार्यक्रम की सफलता में KSU की भूमिका निर्णायक है क्योंकि यह गुजरात के वैश्विक औद्योगिक हब बनने की आकांक्षा को साकार करने की दिशा में कार्यबल निर्माण को गति देता है।