
SSC, UPSC और अन्य सरकारी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण बिंदु
- 2003 से 2022 के बीच 21% वैश्विक महासागर में अंधकार बढ़ा, जिससे फोटिक ज़ोन में प्रकाश की मात्रा घटी।
- 9% महासागरीय क्षेत्र में फोटिक ज़ोन की गहराई 50 मीटर से अधिक कम हुई।
- महासागर अंधकार से फोटोसिंथेसिस प्रभावित होता है, जिससे समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र और जैव विविधता पर असर पड़ता है।
- तटीय क्षेत्रों में अंधकार का कारण: कृषि से निकला अवसाद, मृदा क्षरण और शैवाल वृद्धि।
- खुले समुद्र में अंधकार का कारण: प्लवक में बदलाव और समुद्री तापमान में वृद्धि।
- प्रमुख संकेतक प्रजाति: Calanus कोपोड्स — जो समुद्री खाद्य श्रृंखला में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- महासागर अंधकार से कार्बन चक्र, ऑक्सीजन उत्पादन और जलवायु संतुलन पर बुरा असर पड़ता है।
महासागर अंधकार का विस्तृत विवरण
महासागर अंधकार क्या है?
महासागर अंधकार उस प्रक्रिया को कहते हैं जिसमें महासागर के फोटिक ज़ोन (ऊपरी लगभग 200 मीटर गहराई वाला क्षेत्र) में सूर्य का प्रकाश कम प्रवेश करता है। यह क्षेत्र समुद्री जीवन के लिए आवश्यक फोटोसिंथेसिस को सक्षम करता है और समुद्री जैव विविधता को बनाए रखने में अहम होता है।
शोध के मुख्य निष्कर्ष
- इस अध्ययन में 2003 से 2022 के बीच उपग्रह आंकड़ों और मॉडलों का उपयोग किया गया।
- 21% वैश्विक महासागर में अंधकार बढ़ा, और 9% क्षेत्र में फोटिक ज़ोन की गहराई 50 मीटर से अधिक कम हुई।
- नॉर्थ सी और आर्कटिक क्षेत्र में प्रकाश की कमी सबसे ज्यादा रही।
- इंग्लिश चैनल जैसे कुछ क्षेत्रों में प्रकाश में वृद्धि देखी गई, जो स्थानीय पर्यावरणीय कारकों के कारण था।
अंधकार के कारण
- तटीय क्षेत्र: कृषि से अवसाद बहाव, मृदा क्षरण → शैवाल वृद्धि → प्रकाश में कमी।
- खुले महासागर: प्लवक की आबादी में बदलाव, समुद्री तापमान में वृद्धि → प्रकाश गतिशीलता में बदलाव।
समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र पर प्रभाव
- फोटिक ज़ोन सिकुड़ने से प्रकाश-आधारित जीवों के लिए आवास क्षेत्र कम हो जाता है।
- प्रकाश संकेतों पर निर्भर प्रजातियाँ जैसे Calanus कोपोड्स को खाद्य श्रृंखला में नुकसान झेलना पड़ता है।
- खाद्य जाल असंतुलित होता है, जैव विविधता को खतरा होता है और महासागरीय पारिस्थितिक प्रक्रियाएं जैसे कार्बन चक्र और ऑक्सीजन उत्पादन प्रभावित होते हैं।
उल्लेखित क्षेत्र की महत्वपूर्ण जानकारी
आर्कटिक
- स्थिति: पृथ्वी का उत्तरीतम क्षेत्र।
- महत्वपूर्ण जल निकाय: आर्कटिक महासागर।
- महत्व: वैश्विक जलवायु संतुलन के लिए अति महत्वपूर्ण और अत्यंत संवेदनशील।
नॉर्थ सी
- स्थिति: UK, नॉर्वे, डेनमार्क, जर्मनी, नीदरलैंड, बेल्जियम, फ्रांस से घिरा क्षेत्र।
- महत्व: मुख्य शिपिंग मार्ग, मछली उद्योग, तेल और गैस भंडार।
इंग्लिश चैनल
- स्थिति: दक्षिणी इंग्लैंड और उत्तरी फ्रांस के बीच।
- महत्व: मुख्य समुद्री मार्ग, जैविक विविधता से भरपूर।
परीक्षा आधारित MCQ
1. हाल के अध्ययन के अनुसार 2003 से 2022 के बीच कितने प्रतिशत वैश्विक महासागर अंधकारमय हुआ?
A) 9%
B) 15%
C) 21%
D) 30%
उत्तर: C) 21%
2. महासागर अंधकार के प्रभाव का आकलन करने के लिए किस प्रजाति को संकेतक के रूप में चुना गया?
A) Calanus कोपोड्स
B) ब्लू व्हेल
C) कोरल पॉलीप्स
D) क्रिल
उत्तर: A) Calanus कोपोड्स
3. तटीय क्षेत्रों में महासागर अंधकार का मुख्य कारण क्या है?
A) लवणता में वृद्धि
B) कृषि अवसाद बहाव और मृदा क्षरण
C) ज्वालामुखी विस्फोट
D) तेल रिसाव
उत्तर: B) कृषि अवसाद बहाव और मृदा क्षरण
4. फोटिक ज़ोन आमतौर पर कितनी गहराई तक फैला होता है?
A) 50 मीटर
B) 100 मीटर
C) 200 मीटर
D) 500 मीटर
उत्तर: C) 200 मीटर
UPSC स्टाइल FAQs (उत्तर UPSC मुख्य परीक्षा उत्तर लेखन शैली में)
Q1. महासागर अंधकार की प्रक्रिया को स्पष्ट करें और समुद्री जैव विविधता पर इसके प्रभावों पर चर्चा करें।
उत्तर:
महासागर अंधकार वह प्रक्रिया है जिसमें समुद्र की ऊपरी परतों (फोटिक ज़ोन) में प्रकाश की पैठ घटती है। यह क्षेत्र समुद्री जीवन के लिए फोटोसिंथेसिस का आधार होता है। 2003 से 2022 के बीच 21% वैश्विक महासागर में अंधकार बढ़ा और 9% क्षेत्रों में फोटिक ज़ोन की गहराई 50 मीटर से अधिक कम हुई।
तटीय क्षेत्रों में यह मुख्यतः कृषि बहाव, मृदा क्षरण और शैवाल वृद्धि से होता है जबकि खुले महासागर में प्लवक की संरचना में बदलाव और समुद्री तापमान में वृद्धि से होता है। इससे प्रकाश-निर्भर प्रजातियों का आवास सिकुड़ता है, प्रतिस्पर्धा और शिकार बढ़ता है और खाद्य शृंखला बाधित होती है। इसके अतिरिक्त, कार्बन चक्र और ऑक्सीजन उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, जिससे वैश्विक पारिस्थितिक संतुलन बिगड़ सकता है।
Q2. महासागर जलवायु नियंत्रण में क्या भूमिका निभाता है और महासागर अंधकार इस भूमिका को कैसे प्रभावित कर सकता है?
उत्तर:
महासागर पृथ्वी की जलवायु को संतुलित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह वायुमंडलीय CO2 का बड़ा हिस्सा अवशोषित करता है और समुद्री फोटोसिंथेसिस के माध्यम से ऑक्सीजन का उत्पादन करता है।
अंधकार फोटिक ज़ोन की गहराई और उत्पादकता को कम करता है जिससे CO2 अवशोषण और ऑक्सीजन उत्पादन घटता है। इससे महासागर की जलवायु नियंत्रण क्षमता कमजोर होती है और पारिस्थितिकी असंतुलन बढ़ता है जो वैश्विक तापमान और गैस संतुलन को प्रभावित करता है।
Q3. महासागर अंधकार के क्षेत्रीय स्वरूपों का परीक्षण करें और इन विविधताओं में योगदान देने वाले पर्यावरणीय कारकों की व्याख्या करें।
उत्तर:
महासागर अंधकार के क्षेत्रीय स्वरूप मिश्रित हैं। नॉर्थ सी और आर्कटिक क्षेत्रों में प्रकाश की कमी सबसे ज्यादा देखी गई जिसका कारण अवसाद प्रवाह, बर्फ पिघलना और महासागरीय परिसंचरण में परिवर्तन है। दूसरी ओर, इंग्लिश चैनल जैसे क्षेत्रों में प्रकाश में वृद्धि हुई, जो वर्षा पैटर्न, भूमि उपयोग और जल की स्पष्टता में सुधार जैसे स्थानीय कारकों पर निर्भर है।
मुख्य कारक हैं: कृषि अवसाद बहाव, मृदा क्षरण, शैवाल वृद्धि (तटीय क्षेत्रों में), और प्लवक संरचना व तापमान में बदलाव (खुले महासागर में)।