
SSC, UPSC एवं अन्य सरकारी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण बिंदु
- ब्लू नेशनलली डिटरमाइंड कॉन्ट्रिब्यूशन (NDC) चैलेंज फ्रांस और ब्राज़ील द्वारा शुरू किया गया।
- तीसरे संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन (UNOC3) में लॉन्च किया गया।
- उद्देश्य: समुद्र-केंद्रित जलवायु उपायों को राष्ट्रीय जलवायु प्रतिबद्धताओं (NDCs) में शामिल करना।
- भागीदार देश: ऑस्ट्रेलिया, फिजी, केन्या, मैक्सिको, पाला, सेशेल्स।
- सहयोगी संगठन: ओशन कंजरवेंसी, वर्ल्ड रिसोर्सेस इंस्टिट्यूट (WRI), ओशन एंड क्लाइमेट प्लेटफॉर्म, WWF-ब्राज़ील।
- COP30 का आयोजन बेलें, ब्राज़ील में होगा।
- पेरिस समझौते (COP21) के तहत प्रतिबद्धताओं का हिस्सा।
- ब्लू इकोनॉमी की अवधारणा से जुड़ा हुआ।
ब्लू NDC चैलेंज का पूरा विवरण
ब्लू NDC चैलेंज क्या है?
ब्लू नेशनलली डिटरमाइंड कॉन्ट्रिब्यूशन चैलेंज एक अंतरराष्ट्रीय पहल है, जिसे फ्रांस और ब्राज़ील ने संयुक्त रूप से तीसरे UN महासागर सम्मेलन (UNOC3) के पहले दिन लॉन्च किया। इसका उद्देश्य है कि देश अपनी जलवायु नीतियों में समुद्र आधारित उपायों को शामिल करें।
यह क्यों महत्वपूर्ण है?
- महासागर जलवायु संतुलन के लिए आवश्यक हैं, फिर भी नीति निर्माण में उन्हें पर्याप्त स्थान नहीं मिला है।
- यह पहल समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र, नीली कार्बन रणनीतियों और समुद्र संरक्षण को जलवायु नीतियों का हिस्सा बनाने पर बल देती है।
कौन हैं इसके समर्थक?
इस पहल को निम्नलिखित संगठनों का समर्थन प्राप्त है:
- Ocean Conservancy
- Ocean and Climate Platform
- World Resources Institute (WRI) – ORCA के माध्यम से
- WWF-Brazil
कौन-कौन से देश जुड़े हैं?
फ्रांस और ब्राज़ील के अलावा निम्न 6 देश इस पहल में शामिल हुए हैं:
- ऑस्ट्रेलिया
- फिजी
- केन्या
- मैक्सिको
- पाला
- सेशेल्स
इन देशों की भौगोलिक विविधता इसे एक वैश्विक स्तर की पहल बनाती है।
संगठनों, देशों और आयोजनों से संबंधित तथ्य
1. UNFCCC – यूनाइटेड नेशन्स फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज
- स्थापना: 1992 (रियो सम्मेलन)
- उद्देश्य: ग्रीनहाउस गैसों को स्थिर करना
- प्रमुख सम्मेलन: COP21, पेरिस (2015) – पेरिस समझौते को अपनाया गया
2. COP30
- वर्ष: 2025
- मेज़बान देश: ब्राज़ील
- शहर: बेलें
- उद्देश्य: NDCs की समीक्षा और अद्यतन
3. ब्राज़ील
- राजधानी: ब्रासीलिया
- राष्ट्रपति: लूला दा सिल्वा (2025 में)
- प्रमुख जैव क्षेत्र: अमेजन वर्षावन
- विशेषता: COP30 का आयोजक और ब्लू NDC का सह-प्रवर्तक
4. फ्रांस
- राजधानी: पेरिस
- राष्ट्रपति: इमैनुएल मैक्रों (2025 में)
- विशेषता: COP21 का आयोजक, पेरिस समझौते की मेज़बानी
5. वर्ल्ड रिसोर्सेस इंस्टिट्यूट (WRI)
- प्रकार: वैश्विक अनुसंधान गैर-लाभकारी संगठन
- मुख्यालय: वॉशिंगटन डीसी, अमेरिका
- कार्यक्षेत्र: पर्यावरणीय स्थिरता, आर्थिक अवसर
नेशनलली डिटरमाइंड कॉन्ट्रिब्यूशन (NDCs) क्या हैं?
NDCs वे राष्ट्रीय जलवायु योजनाएं हैं जो एक देश के ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने और जलवायु परिवर्तन के अनुकूलन के प्रयासों को दर्शाती हैं। ये पेरिस समझौते (2015) के तहत बनाई जाती हैं।
मुख्य उद्देश्य:
- औद्योगिक क्रांति पूर्व स्तर से 2°C से नीचे तापमान वृद्धि को सीमित करना
- 1.5°C तक सीमित रखने का प्रयास करना
ब्लू इकोनॉमी क्या है?
ब्लू इकोनॉमी का तात्पर्य है: महासागरीय संसाधनों का सतत उपयोग, जिससे आर्थिक विकास, आजीविका में सुधार और रोजगार सृजन हो, साथ ही समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र का संरक्षण भी हो।
उदाहरण:
- समुद्री अक्षय ऊर्जा
- सतत मछली पालन
- समुद्री इको-टूरिज्म
- समुद्री जैव प्रौद्योगिकी
संभावित परीक्षा प्रश्न (MCQs)
Q1. ब्लू एनडीसी चैलेंज किस दो देशों द्वारा शुरू किया गया था?
A. अमेरिका और कनाडा
B. फ्रांस और ब्राज़ील
C. भारत और ब्राज़ील
D. यूके और ऑस्ट्रेलिया
उत्तर: B. फ्रांस और ब्राज़ील
Q2. ब्लू NDC चैलेंज का मुख्य उद्देश्य क्या है?
A. वन संरक्षण
B. वायु प्रदूषण नियंत्रण
C. समुद्र आधारित जलवायु कार्रवाई
D. कार्बन टैक्स में सुधार
उत्तर: C. समुद्र आधारित जलवायु कार्रवाई
Q3. COP30 का आयोजन किस शहर और देश में होगा?
A. पेरिस, फ्रांस
B. नैरोबी, केन्या
C. बेलें, ब्राज़ील
D. सुवा, फिजी
उत्तर: C. बेलें, ब्राज़ील
Q4. पेरिस समझौते के तहत NDCs का उद्देश्य क्या है?
A. 4°C से नीचे तापमान बनाए रखना
B. 2030 तक उत्सर्जन समाप्त करना
C. GHG को स्थिर कर तापमान 2°C से कम करना
D. मरुस्थल में जैव विविधता को बढ़ावा देना
उत्तर: C. GHG को स्थिर कर तापमान 2°C से कम करना
UPSC स्टाइल प्रश्न और उत्तर
Q1. ब्लू NDC चैलेंज क्या है और यह पेरिस समझौते के उद्देश्यों के साथ कैसे मेल खाता है?
उत्तर :
ब्लू नेशनलली डिटरमाइंड कॉन्ट्रिब्यूशन (NDC) चैलेंज एक वैश्विक पहल है जिसे फ्रांस और ब्राज़ील द्वारा शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य देशों को समुद्र केंद्रित जलवायु उपायों को अपनी राष्ट्रीय जलवायु योजनाओं में शामिल करने के लिए प्रेरित करना है। यह पेरिस समझौते के उद्देश्यों से मेल खाता है, जो वैश्विक तापमान वृद्धि को 2°C से नीचे और संभव हो तो 1.5°C तक सीमित रखने की बात करता है। महासागर कार्बन अवशोषण और जलवायु संतुलन में अहम भूमिका निभाते हैं। अतः, यह पहल समुद्रों को नीति केंद्र में लाकर वैश्विक जलवायु प्रतिक्रिया को अधिक समग्र बनाती है।
Q2. वैश्विक जलवायु लक्ष्यों की प्राप्ति में समुद्र आधारित समाधानों का क्या महत्व है? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
समुद्र पृथ्वी की गर्मी का 90% से अधिक अवशोषण करते हैं और सबसे बड़े कार्बन सिंक हैं। फिर भी, इन्हें जलवायु नीतियों में पर्याप्त स्थान नहीं मिला है। समुद्र आधारित समाधान जैसे मैंग्रोव पुनर्स्थापन (ब्लू कार्बन), समुद्री संरक्षित क्षेत्र, और सतत मत्स्य पालन से जलवायु शमन और अनुकूलन दोनों में मदद मिलती है। उदाहरण के तौर पर, मैंग्रोव वन स्थल पर स्थित वनों की तुलना में चार गुना अधिक कार्बन अवशोषित करते हैं। ब्लू NDC चैलेंज इन समाधानों को राष्ट्रीय नीतियों में शामिल कर उन्हें प्रभावी और लक्षित बनाता है।
निष्कर्ष
ब्लू एनडीसी चैलेंज केवल एक नई नीति पहल नहीं है, बल्कि यह समुद्रों को जलवायु कार्रवाई के केंद्र में लाने का प्रयास है। महासागर पृथ्वी के जीवन-तंत्र का आधार हैं। ऐसे में उनका संरक्षण जलवायु लक्ष्य पाने के लिए अनिवार्य है। यह पहल SSC, UPSC और अन्य परीक्षाओं के दृष्टिकोण से अंतरराष्ट्रीय सहयोग, पर्यावरण नीति और वैश्विक शासन का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।