
SSC और सरकारी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण बिंदु
- ऑपरेशन का नाम: ऑपरेशन स्पाइडर वेब
- योजना बनाने का समय: 18 महीने
- लक्ष्य: रूसी सैन्य आधारों और इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमला
- प्रयुक्त तकनीक: छोटे रेंज के विस्फोटक ड्रोन, एआई संचालित और स्वचालित
- रणनीति: ड्रोन को लकड़ी के केबिन में छिपाकर ट्रकों पर रखा गया, जो रूसी एयरबेस के पास बिना पकड़े पहुँचाए गए
- नुकसान: 41 रूसी युद्धप्लेन नष्ट, जिनमें Tu-95, Tu-160 और A-50 शामिल हैं
- ड्रोन मिशन की लागत: लगभग $10,000 प्रति मिशन (रॉकेट मिसाइलों से सस्ता)
- मुख्य हमले के स्थान: बेलाया एयरबेस (इरकुत्स्क), ओलेन्या एयरबेस (मुरमांस्क), द्यागिलेवो एयरबेस (र्याज़ान)
- महत्त्व: यूक्रेन के उन्नत ड्रोन का पहली बार युद्ध में उपयोग; एआई और स्वचालित युद्ध की ओर बढ़ाव
- व्यापक प्रभाव: आधुनिक युद्ध में स्वचालित और एआई तकनीक का बढ़ता रोल, वैश्विक सैन्य रणनीतियों में बदलाव
ऑपरेशन स्पाइडर वेब का विस्तृत विवरण
यूक्रेन ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण सैन्य ऑपरेशन किया जिसका नाम है ऑपरेशन स्पाइडर वेब। इस ऑपरेशन का लक्ष्य रूस के सैन्य आधारों और महत्वपूर्ण ढांचागत तत्वों को निशाना बनाना था। इसे लगभग 18 महीने की योजना और तैयारी के बाद अंजाम दिया गया, जो यूक्रेन-रूस संघर्ष में एक नया अध्याय साबित हुआ।
इस ऑपरेशन में छोटे रेंज के विस्फोटक ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। ये ड्रोन लकड़ी के केबिन में छिपाकर ट्रकों पर रखे गए ताकि वे रूस के एयरबेस के पास बिना पकड़े पहुँचा सकें। इस ऑपरेशन की निगरानी यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की और यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (SBU) के प्रमुख वासिल मालीक ने की।
यूक्रेनी एजेंटों ने रूस के विभिन्न क्षेत्रों में तीन अलग-अलग टाइम जोन में समन्वित हमले किए। ड्रोन को रूस के FSB कार्यालय के पास एक कमांड सेंटर से दूर से नियंत्रित किया गया। इस रणनीति की तुलना प्राचीन युद्ध की प्रसिद्ध ट्रोजन हॉर्स से की गई, जो आधुनिक युद्ध में नवीनता को दर्शाती है।
इस ऑपरेशन में लगभग 41 रूसी युद्धप्लेन नष्ट हुए, जिनमें Tu-95, Tu-160 जैसे रणनीतिक बमवर्षक और A-50 जैसे निगरानी विमान शामिल हैं। इस हमले से रूस को करीब 7 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ, जिससे उसकी सैन्य क्षमता कमजोर हुई।
मुख्य रूप से निशाने पर रहे एयरबेस:
- बेलाया एयरबेस (इरकुत्स्क)
- ओलेन्या एयरबेस (मुरमांस्क)
- द्यागिलेवो एयरबेस (र्याज़ान)
ये एयरबेस यूक्रेन से हजारों किलोमीटर दूर हैं, जिससे इस ऑपरेशन की रणनीतिक दूरी की समझ भी बढ़ती है।
ऑपरेशन की खास बात थी एआई-संचालित ड्रोन का उपयोग, जो स्वायत्त रूप से अपने लक्ष्य पहचानकर हमला कर सकते थे। यह यूक्रेन के ड्रोन तकनीक के पहले युद्ध उपयोग का संकेत है।
ड्रोन हमले लागत में भी किफायती साबित हुए; हर ड्रोन मिशन की लागत लगभग $10,000 थी, जो पारंपरिक मिसाइल हमलों से बहुत कम है। इससे यूक्रेन बार-बार और प्रभावी हमले कर सकता है।
यह ऑपरेशन वैश्विक सैन्य युद्ध के स्वरूप में बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो एआई और स्वचालित युद्ध प्रणालियों की बढ़ती भूमिका को दर्शाता है।
परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण संगठन और स्थान
यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (SBU):
- यूक्रेन की मुख्य खुफिया और सुरक्षा एजेंसी
- आतंकवाद और खुफिया कार्यों के लिए जिम्मेदार
रूस की संघीय सुरक्षा सेवा (FSB):
- पूर्व KGB का उत्तराधिकारी
- रूस की मुख्य घरेलू सुरक्षा एजेंसी
इरकुत्स्क (बेलाया एयरबेस):
- राज्य: इरकुत्स्क ओब्लास्ट, रूस
- राजधानी: इरकुत्स्क शहर
- प्रमुख नदी: अंगारा नदी
- प्रसिद्ध: बाईकाल झील, विश्व की सबसे गहरी ताजा पानी की झील
मुरमांस्क (ओलेन्या एयरबेस):
- राज्य: मुरमांस्क ओब्लास्ट, रूस
- राजधानी: मुरमांस्क शहर
- प्रमुख: आर्कटिक सर्कल के ऊपर सबसे बड़ा शहर, महत्वपूर्ण नौसैनिक अड्डा
र्याज़ान (द्यागिलेवो एयरबेस):
- राज्य: र्याज़ान ओब्लास्ट, रूस
- राजधानी: र्याज़ान शहर
- प्रसिद्ध: र्याज़ान क्रीमलिन, ऐतिहासिक वास्तुकला
इस विषय से जुड़े संभावित प्रश्न (MCQs)
- यूक्रेन के ऑपरेशन स्पाइडर वेब में मुख्य रूप से कौन सी तकनीक का इस्तेमाल किया गया?
a) बैलिस्टिक मिसाइल
b) छोटे रेंज के विस्फोटक ड्रोन
c) साइबर हमले
d) लंबी दूरी की तोपखाने - ऑपरेशन स्पाइडर वेब का नेतृत्व किस यूक्रेनी राष्ट्रपति ने किया?
a) पेट्रो पोरोशेंको
b) वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की
c) विक्टर यानुकोविच
d) यूलिया टिमोशेंको - ऑपरेशन स्पाइडर वेब के दौरान कौन-कौन से रूसी एयरबेस निशाने पर थे?
a) बेलाया, ओलेन्या, द्यागिलेवो
b) कालिनिनग्राद, सोची, वोल्गोग्राद
c) मॉस्को, सेंट पीटर्सबर्ग, नोवोसिबिर्स्क
d) व्लादिवोस्तोक, काज़ान, ओम्स्क - ऑपरेशन स्पाइडर वेब में ड्रोन मिशन की अनुमानित लागत कितनी थी?
a) $100,000
b) $50,000
c) $10,000
d) $1,000 - यूक्रेन की खुफिया एजेंसी कौन सी है?
a) केजीबी
b) एफएसबी
c) SBU
d) सीआईए