SSC और अन्य सरकारी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण बिंदु

  • रोग: डिप्थीरिया – अत्यधिक संक्रामक बैक्टीरियल संक्रमण
  • कारक बैक्टीरिया: Corynebacterium diphtheriae
  • WHO वर्गीकरण: अत्यधिक संक्रामक, गंभीर मामलों में मृत्यु दर ~30%
  • प्रभावित क्षेत्र: पश्चिमी यूरोप (2022 से)
  • प्रमुख प्रभावित समूह: प्रवासी और बेघर लोग
  • रिपोर्ट किए गए मामले: 2022 से अब तक 536 मामले, जिनमें 3 मौतें
  • टीकाकरण की स्थिति (2023): 16% बच्चे बिना टीके या अधूरे टीकाकरण वाले
  • वैश्विक टीकाकरण कवरेज: ~84% बच्चों को 3 खुराक प्राप्त
  • लक्षण: गले में खराश, बुखार, गले की ग्रंथियों में सूजन, त्वचा पर अल्सर
  • जटिलताएं: हृदय और तंत्रिका क्षति तक हो सकती है
  • प्रसार: प्रवास के दौरान या अस्थायी शिविरों में संक्रमण फैला

WHO – स्थैतिक जानकारी (MCQ सेक्शन से पहले)

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)

  • स्थापना वर्ष: 1948
  • मुख्यालय: जेनेवा, स्विट्ज़रलैंड
  • महानिदेशक: डॉ. टेड्रोस अदहानोम घेब्रेयेसस
  • मुख्य संगठन: संयुक्त राष्ट्र (UN)
  • भूमिका: वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य नीति और सहयोग की निगरानी

पूर्ण ब्लॉग लेख

डिप्थीरिया, एक ऐसा रोग जिसे कभी टीकाकरण के ज़रिए काबू में कर लिया गया था, पश्चिमी यूरोप में 70 वर्षों में अपने सबसे बड़े प्रकोप के रूप में लौट आया है। यह प्रकोप 2022 में शुरू हुआ और इसका सबसे अधिक प्रभाव प्रवासियों व बेघर लोगों पर देखा गया है।

डिप्थीरिया क्या है?

डिप्थीरिया एक तीव्र बैक्टीरियल संक्रमण है, जो Corynebacterium diphtheriae से होता है। यह मुख्य रूप से सांस की नली को प्रभावित करता है लेकिन त्वचा संक्रमण भी हो सकता है। इसके लक्षणों में गले में खराश, बुखार, गले में सूजन प्रमुख हैं। गंभीर मामलों में बैक्टीरिया द्वारा उत्सर्जित विषाक्त पदार्थ हृदय और नसों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। यदि समय पर इलाज न हो तो यह जानलेवा हो सकता है।

हालिया प्रकोप – विश्लेषण

2022 में यूरोप में 362 डिप्थीरिया के मामले दर्ज किए गए थे। अब तक यह आंकड़ा 536 तक पहुंच चुका है, जिसमें 3 मौतें भी शामिल हैं। प्रभावितों में अधिकतर युवा प्रवासी पुरुष थे, विशेषकर अफगानिस्तान और सीरिया से। लेकिन संक्रमण उनके देशों से नहीं, बल्कि यात्रा के दौरान या यूरोप में आश्रय शिविरों में फैला

क्यों प्रवासी और बेघर लोग प्रभावित हो रहे हैं?

प्रवासी और बेघर लोगों की स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित पहुंच और टीकाकरण की कमी के कारण ये समूह सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। बैक्टीरिया के डीएनए विश्लेषण से पता चला कि अधिकतर मामलों में संक्रमण का स्रोत एक ही है, जो सामूहिक शिविरों से फैलने की ओर इशारा करता है।

सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया

टीकाकरण इस बीमारी से बचाव का सबसे प्रभावी उपाय है। लेकिन 2023 में दुनिया भर में 16% बच्चे बिना टीकाकरण या अधूरे टीकाकरण वाले थे। इससे सामूहिक प्रतिरक्षा (herd immunity) कमजोर होती है, जिससे डिप्थीरिया जैसे रोग फिर से फैल सकते हैं।

वैश्विक टीकाकरण की स्थिति

दुनिया भर में लगभग 84% बच्चों को बचपन में डिप्थीरिया की तीन खुराक दी गई है। हालांकि, देशों के बीच और उनके भीतर टीकाकरण कवरेज में असमानता बनी हुई है।

दीर्घकालिक असर

इस प्रकोप ने दिखाया कि यदि टीकाकरण की गति धीमी हो, तो नियंत्रित माने जाने वाले रोग भी फिर से उभर सकते हैं। इसलिए लगातार स्वास्थ्य शिक्षा, टीकाकरण जागरूकता, और संवेदनशील समुदायों तक पहुंच जरूरी है।


संभावित परीक्षा प्रश्न

प्रश्न 1. डिप्थीरिया किस बैक्टीरिया के कारण होता है?
[A] Mycobacterium tuberculosis
[B] Corynebacterium diphtheriae
[C] Streptococcus pneumoniae
[D] Haemophilus influenzae
सही उत्तर: [B] Corynebacterium diphtheriae

प्रश्न 2. डिप्थीरिया के गंभीर मामलों में मृत्यु दर लगभग कितनी होती है?
[A] 10%
[B] 20%
[C] 30%
[D] 50%
सही उत्तर: [C] 30%

प्रश्न 3. डिप्थीरिया प्रकोप से सबसे अधिक कौन-सा समूह प्रभावित हुआ है?
[A] बुजुर्ग
[B] प्रवासी और बेघर
[C] स्कूल के बच्चे
[D] पर्यटक
सही उत्तर: [B] प्रवासी और बेघर

प्रश्न 4. 2023 में वैश्विक स्तर पर कितने प्रतिशत बच्चे बिना या अधूरे टीकाकरण के थे?
[A] 8%
[B] 12%
[C] 16%
[D] 20%
सही उत्तर: [C] 16%

प्रश्न 5. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का मुख्यालय कहां स्थित है?
[A] पेरिस
[B] जेनेवा
[C] न्यूयॉर्क
[D] वियना
सही उत्तर: [B] जेनेवा