
SSC, UPSC और अन्य सरकारी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण बिंदु
- कार्यक्रम का नाम: लोक संवर्द्धन पर्व 2025
- आयोजक: अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय
- स्थान: बिरसा मुंडा लॉन, गांधी दर्शन, राजघाट, नई दिल्ली
- तिथि: 11 से 15 जून 2025
- उद्देश्य: सरकार के 11 वर्षों की उपलब्धियों का उत्सव, समावेशी विकास, सांस्कृतिक गौरव और अल्पसंख्यक समुदायों का सशक्तिकरण
- प्रमुख योजनाएं: पीएम विरासत का संवर्द्धन (PM VIKAS), एनएमडीएफसी योजनाएं
- भाग लेने वाले राज्य: दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश
- मुख्य आकर्षण: पारंपरिक हस्तशिल्प की प्रदर्शनी व बिक्री, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, बाजार से जुड़ाव
लोक संवर्द्धन पर्व 2025 का विस्तृत विवरण
H1: लोक संवर्द्धन पर्व के बारे में
लोक संवर्द्धन पर्व 2025 अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है ताकि सरकार के 11 वर्षों की सशक्तिकरण, समावेशन और सांस्कृतिक गौरव पर आधारित यात्रा का उत्सव मनाया जा सके। यह कार्यक्रम 11 से 15 जून 2025 तक बिरसा मुंडा लॉन, गांधी दर्शन, राजघाट, नई दिल्ली में आयोजित होगा।
यह पर्व सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के दृष्टिकोण को दर्शाता है और समावेशी विकास पर केंद्रित है।
H2: उद्देश्य और महत्व
इस पर्व का उद्देश्य है:
- अल्पसंख्यक समुदायों के सशक्तिकरण में मंत्रालय की उपलब्धियों को उजागर करना।
- पारंपरिक शिल्प और सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देना।
- कारीगरों को बाजार से जोड़ना और उन्हें सतत आजीविका उपलब्ध कराना।
H2: कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं
H3: प्रमुख योजनाओं की प्रस्तुति
- पीएम विरासत का संवर्द्धन (PM VIKAS): पारंपरिक शिल्प और धरोहर के संरक्षण तथा कारीगरों को सशक्त बनाने पर केंद्रित।
- एनएमडीएफसी योजनाएं: अल्पसंख्यकों को वित्तीय सहायता और कौशल विकास समर्थन।
H3: सांस्कृतिक और व्यापारिक गतिविधियां
- पारंपरिक कला और शिल्प की प्रदर्शनी व बिक्री: लाख की चूड़ियां, ब्लू पॉटरी, बनारसी ब्रोकेड, फूलकारी, लकड़ी की नक्काशी आदि।
- दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कारीगरों व खानपान विशेषज्ञों की भागीदारी।
- विभिन्न क्षेत्रों के लोक कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां।
परीक्षा उपयोगी राज्यों से जुड़े तथ्य
दिल्ली
- राजधानी: नई दिल्ली
- मुख्यमंत्री: अरविंद केजरीवाल
- उपराज्यपाल: विनय कुमार सक्सेना
- मुख्य नदी: यमुना
- प्रमुख स्थल: राजघाट, इंडिया गेट
पंजाब
- राजधानी: चंडीगढ़
- मुख्यमंत्री: भगवंत मान
- मुख्य नदी: सतलुज
- राष्ट्रीय उद्यान: हरिके वेटलैंड
हरियाणा
- राजधानी: चंडीगढ़
- मुख्यमंत्री: नायब सिंह सैनी
- मुख्य नदी: यमुना
- राष्ट्रीय उद्यान: सुल्तानपुर नेशनल पार्क
उत्तराखंड
- राजधानी: देहरादून (शीतकालीन), गैरसैंण (ग्रीष्मकालीन)
- मुख्यमंत्री: पुष्कर सिंह धामी
- मुख्य नदी: गंगा
- राष्ट्रीय उद्यान: जिम कॉर्बेट, वैली ऑफ फ्लॉवर्स
राजस्थान
- राजधानी: जयपुर
- मुख्यमंत्री: भजनलाल शर्मा
- मुख्य नदी: चंबल
- राष्ट्रीय उद्यान: रणथंभौर, डेजर्ट नेशनल पार्क
उत्तर प्रदेश
- राजधानी: लखनऊ
- मुख्यमंत्री: योगी आदित्यनाथ
- मुख्य नदी: गंगा
- राष्ट्रीय उद्यान: दुधवा
संभावित MCQ
Q1. लोक संवर्द्धन पर्व 2025 किस मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है?
A) संस्कृति मंत्रालय
B) जनजातीय कार्य मंत्रालय
C) अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय
D) ग्रामीण विकास मंत्रालय
उत्तर: C) अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय
Q2. लोक संवर्द्धन पर्व 2025 का आयोजन कहां हो रहा है?
A) लाल किला
B) राजघाट
C) इंडिया गेट
D) प्रगति मैदान
उत्तर: B) राजघाट
Q3. इनमें से कौन-सा राज्य इस कार्यक्रम में भाग नहीं ले रहा है?
A) पंजाब
B) गुजरात
C) हरियाणा
D) उत्तर प्रदेश
उत्तर: B) गुजरात
Q4. पीएम विरासत का संवर्द्धन योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
A) ग्रामीण गरीबों को आवास प्रदान करना
B) विरासत संरक्षण और कारीगरों को सशक्त बनाना
C) डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना
D) शहरी परिवहन को मजबूत करना
उत्तर: B) विरासत संरक्षण और कारीगरों को सशक्त बनाना
UPSC स्टाइल FAQ (उत्तर लेखन प्रारूप में)
Q1. लोक संवर्द्धन पर्व 2025 क्या है और इसके उद्देश्य क्या हैं?
उत्तर:
लोक संवर्द्धन पर्व 2025 अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित एक उत्सव है, जो सरकार के 11 वर्षों की यात्रा का उत्सव मनाने हेतु किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 11 से 15 जून 2025 तक बिरसा मुंडा लॉन, गांधी दर्शन, राजघाट, नई दिल्ली में आयोजित होगा।
इसके मुख्य उद्देश्य हैं:
- अल्पसंख्यक समुदायों के सशक्तिकरण में सरकार की उपलब्धियों को उजागर करना।
- पारंपरिक कारीगरों को राष्ट्रीय मंच प्रदान करना।
- पारंपरिक कला के संरक्षण और सतत आजीविका को प्रोत्साहित करना।
- सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देना और समावेशी विकास को प्रोत्साहित करना।
Q2. अल्पसंख्यक समुदायों को सशक्त बनाने में पीएम विरासत का संवर्द्धन और एनएमडीएफसी योजनाओं का महत्व स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
पीएम विरासत का संवर्द्धन (PM VIKAS) और एनएमडीएफसी (राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास और वित्त निगम) योजनाएं अल्पसंख्यक समुदायों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
- पीएम विरासत का संवर्द्धन योजना पारंपरिक शिल्प और कला के संरक्षण तथा कारीगरों की आय वृद्धि हेतु कौशल विकास, वित्तीय सहायता और बाजार से जुड़ाव सुनिश्चित करती है।
- एनएमडीएफसी योजनाएं अल्पसंख्यकों को रियायती दरों पर वित्तीय सहायता, स्वरोजगार एवं कौशल विकास का समर्थन प्रदान करती हैं।
ये दोनों योजनाएं सामाजिक-आर्थिक समावेशन को बढ़ावा देती हैं और सांस्कृतिक विविधता के संरक्षण में सहायक हैं।
Q3. इस प्रकार के आयोजनों से समावेशी विकास और सांस्कृतिक संरक्षण को किस प्रकार बल मिलता है?
उत्तर:
लोक संवर्द्धन पर्व जैसे आयोजन समावेशी विकास को बल प्रदान करते हैं क्योंकि ये अल्पसंख्यक समुदायों, विशेष रूप से कारीगरों और शिल्पकारों को अपनी कला प्रदर्शित करने और राष्ट्रीय मंच से जुड़ने का अवसर प्रदान करते हैं।
ये आयोजन:
- पारंपरिक कला रूपों के संरक्षण और प्रचार को बढ़ावा देते हैं।
- कारीगरों को बाजार से जोड़कर उनकी आजीविका को मजबूत करते हैं।
- विभिन्न समुदायों के बीच एकता और भाईचारे को प्रोत्साहित करते हैं।
- सांस्कृतिक विविधता और राष्ट्रीय पहचान को मजबूती प्रदान करते हैं।