SSC/UPSC व अन्य सरकारी परीक्षाओं के लिए मुख्य बिंदु

  • SatSure और Dhruva Space ने मिलकर Earth Observation-as-a-Service (EOaaS) देने के लिए समझौता (MoU) किया है।
  • यह साझेदारी KaleidEO (SatSure की सहायक कंपनी) की EO payload क्षमताओं को Dhruva Space की सैटेलाइट और लॉन्च सेवाओं से जोड़ती है।
  • Dhruva Space हैदराबाद में भारत की सबसे बड़ी निजी सैटेलाइट निर्माण इकाई बना रही है।
  • यह साझेदारी देशी तकनीक द्वारा EO डेटा सेवाएं देने के लिए की गई है।
  • EOaaS में सैटेलाइट विकास, डेटा विश्लेषण, लॉन्च सेवा, ग्राउंड इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल हैं।

EOaaS साझेदारी का पूरा विवरण

30 जून, 2025 को भारत की दो अग्रणी अंतरिक्ष टेक्नोलॉजी कंपनियों — SatSure (बेंगलुरु) और Dhruva Space (हैदराबाद) ने एक स्मरण पत्र (MoU) पर हस्ताक्षर किए। इसका उद्देश्य भारत में एक संपूर्ण देशी Earth Observation-as-a-Service (EOaaS) प्रणाली विकसित करना है।

EOaaS क्या है?

EOaaS (Earth Observation-as-a-Service) का मतलब है ऐसी सेवा जो सैटेलाइट निर्माण से लेकर डेटा विश्लेषण तक की पूरी प्रक्रिया को एक ही स्थान से प्रबंधित करती है।


कंपनियों के बारे में जानकारी

SatSure

  • स्थापना: 2017
  • मुख्यालय: बेंगलुरु, कर्नाटक
  • विशेषता: जियोस्पेशियल डेटा और AI के माध्यम से निर्णय आधारित समाधान
  • सहायक कंपनी: KaleidEO – उच्च गुणवत्ता वाले EO payload विकसित करती है।

Dhruva Space

  • स्थापना: 2012
  • मुख्यालय: हैदराबाद, तेलंगाना
  • कार्य क्षेत्र: सैटेलाइट, लॉन्च और ग्राउंड सेगमेंट
  • नई सुविधा: 280,000 वर्ग फीट की सैटेलाइट उत्पादन इकाई हैदराबाद में निर्माणाधीन है।

तेलंगाना राज्य से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य

  • राजधानी: हैदराबाद
  • मुख्यमंत्री: रेवंत रेड्डी (2025 तक)
  • राज्यपाल: तमिलिसाई सौंदरराजन
  • प्रमुख नदियाँ: गोदावरी, कृष्णा, मूसी
  • राष्ट्रीय उद्यान: महावीर हरिण वनस्थली राष्ट्रीय उद्यान, कासू ब्रह्मानंद रेड्डी राष्ट्रीय उद्यान
  • अंतरिक्ष संस्थान: NRSC (ISRO), Dhruva Space का मुख्यालय

संभावित MCQs (SSC/UPSC/Govt Exams के लिए)

1. हाल ही में EOaaS सेवा देने के लिए किन दो भारतीय कंपनियों ने साझेदारी की है?
A. ISRO और Antrix
B. SatSure और Dhruva Space
C. Pixxel और Skyroot
D. IN-SPACe और Agnikul
उत्तर: B. SatSure और Dhruva Space

2. Dhruva Space की नई सैटेलाइट निर्माण इकाई कहाँ बन रही है?
A. बेंगलुरु
B. पुणे
C. हैदराबाद
D. भुवनेश्वर
उत्तर: C. हैदराबाद

3. KaleidEO क्या है, जो हाल ही में चर्चा में था?
A. DRDO की प्रयोगशाला
B. सरकारी AI पोर्टल
C. SatSure की सहायक कंपनी
D. नया ISRO उपग्रह
उत्तर: C. SatSure की सहायक कंपनी

4. EOaaS का पूर्ण रूप क्या है?
A. Earth Orbit and Automated Service
B. Environmental Observation and Alert Service
C. Earth Observation-as-a-Service
D. End Operation and Analysis Service
उत्तर: C. Earth Observation-as-a-Service

5. भारत का वह राज्य जहाँ प्रमुख निजी स्पेस फर्म Dhruva Space स्थित है?
A. महाराष्ट्र
B. गुजरात
C. तेलंगाना
D. केरल
उत्तर: C. तेलंगाना


UPSC शैली के प्रश्न व उत्तर (उत्तर UPSC Mains फ़ॉर्मेट में)

Q1. भारत की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था और रणनीतिक आत्मनिर्भरता के संदर्भ में SatSure-Dhruva Space साझेदारी का क्या महत्व है?

उत्तर:
SatSure और Dhruva Space के बीच यह साझेदारी भारत की अंतरिक्ष तकनीक में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक प्रमुख कदम है। यह EO डेटा के निर्माण से लेकर विश्लेषण तक का पूरा समाधान देशी तकनीक द्वारा प्रदान करती है। इससे न केवल रक्षा और रणनीतिक क्षेत्रों को लाभ होगा, बल्कि कृषि, ऊर्जा और वित्तीय क्षेत्रों में भी डेटा-आधारित निर्णय लेना आसान होगा। यह भारत की अंतरिक्ष नीति में सार्वजनिक-निजी भागीदारी की सफल मिसाल भी प्रस्तुत करता है।

Q2. भारत में EOaaS मॉडल पर्यावरणीय निगरानी और प्रशासन को कैसे बदल सकता है?

उत्तर:
EOaaS सेवा उच्च गुणवत्ता वाले सैटेलाइट इमेज को सरल, सटीक और सुलभ बनाती है। इससे वनों की कटाई, जल निकायों की निगरानी, शहरीकरण, फसल स्वास्थ्य और प्रदूषण पर वास्तविक समय में निगरानी की जा सकती है। यह नीति निर्माण में सहायता करता है और सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

Q3. भारत की अंतरिक्ष नीति सुधारों के आलोक में SatSure और Dhruva Space जैसी साझेदारियाँ किस प्रकार सहायक हैं?

उत्तर:
IN-SPACe जैसे संगठनों द्वारा हालिया अंतरिक्ष नीति सुधारों का उद्देश्य निजी क्षेत्र की भागीदारी को बढ़ावा देना है। SatSure और Dhruva Space जैसी साझेदारियाँ इन सुधारों की सफलता को दर्शाती हैं। ये साझेदारियाँ नवाचार को गति देती हैं, स्वदेशी तकनीक को बढ़ावा देती हैं और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भारत को एक मजबूत स्थान प्रदान करती हैं।