
SSC, UPSC और अन्य सरकारी परीक्षाओं के लिए मुख्य बिंदु:
- कार्यक्रम: पहली बार ASEAN–India क्रूज़ संवाद
- स्थान: चेन्नई, तमिलनाडु
- उद्घाटन: केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल द्वारा
- उद्देश्य: क्रूज़ कनेक्टिविटी, समुद्री सहयोग और सतत पर्यटन को बढ़ावा देना
- जहां आयोजित हुआ: MV Empress, चेन्नई पोर्ट
- प्रतिभागी: सभी 10 ASEAN देशों और तिमोर लेस्ते से 30+ प्रतिनिधि
- संलग्न पहल: सागरमाला परियोजना
- लक्ष्य: 2029 तक हर साल 1 मिलियन क्रूज़ यात्री
- दृष्टि संरेखण: विकसित भारत 2047 और ASEAN कम्युनिटी विज़न 2045
- दूसरे दिन का स्थान: मामल्लापुरम (UNESCO विश्व धरोहर स्थल)
पूर्ण विवरण:
भारत ने ASEAN के साथ क्रूज़ कूटनीति को दी मजबूती
भारत ने 1 जुलाई 2025 को चेन्नई में पहली बार ASEAN–India क्रूज़ संवाद की मेज़बानी की, जिससे इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में समुद्री सहयोग और पर्यटन को नई दिशा मिली।
केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने MV Empress पर इस संवाद का उद्घाटन किया और भारत की नीली अर्थव्यवस्था (Blue Economy) के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने क्रूज़ पर्यटन को सांस्कृतिक और आर्थिक साझेदारी का प्रमुख साधन बताया।
रणनीतिक भागीदारी
इस संवाद में ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम के साथ तिमोर लेस्ते के 30+ प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जो भारत की एक्ट ईस्ट नीति को मज़बूत करता है।
सागरमाला और क्रूज़ नेटवर्क योजना
केंद्रीय मंत्री ने ASEAN और भारतीय बंदरगाहों को जोड़ने वाला एक व्यापक क्रूज़ नेटवर्क विकसित करने की योजना पेश की। सागरमाला परियोजना के तहत भारत का लक्ष्य है:
- 5,000 किमी जलमार्गों का व्यावसायिक विकास
- 2029 तक 1 मिलियन क्रूज़ यात्रियों की वार्षिक संख्या
- विकसित भारत 2047 की दृष्टि से बंदरगाह आधारित समृद्धि को बढ़ावा देना
मामल्लापुरम में सांस्कृतिक कूटनीति
संवाद का दूसरा दिन UNESCO विश्व धरोहर स्थल मामल्लापुरम में आयोजित किया गया जहां प्रतिनिधियों ने ऐतिहासिक मंदिरों और स्थलों का दौरा किया — इससे भारत के समृद्ध तटीय पर्यटन और सांस्कृतिक जुड़ाव को वैश्विक मंच पर दिखाया गया।
एक्ट ईस्ट नीति और नीली अर्थव्यवस्था
राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर ने ASEAN की भूमिका को भारत की एक्ट ईस्ट नीति में केंद्रीय बताया और क्रूज़ पर्यटन को समुद्री विरासत के पुनरुत्थान और ब्लू इकोनॉमी के लिए महत्वपूर्ण बताया।
भविष्य के लिए संस्थागत मंच
भारत सरकार इस संवाद को एक नियमित मंच के रूप में विकसित करना चाहती है जिससे क्षेत्रीय क्रूज़ पर्यटन और समुद्री सहयोग को स्थायी आधार मिल सके।
तमिलनाडु के बारे में तथ्य (आयोजक राज्य – चेन्नई, मामल्लापुरम):
- राजधानी: चेन्नई
- मुख्यमंत्री: एम. के. स्टालिन
- राज्यपाल: आर. एन. रवि
- प्रमुख नदियाँ: कावेरी, वैगई, पालयार
- महत्वपूर्ण बंदरगाह: चेन्नई पोर्ट, तूतीकोरिन पोर्ट, एन्नोर पोर्ट
- UNESCO स्थल: मामल्लापुरम स्मारक समूह, नीलगिरी माउंटेन रेलवे
- राष्ट्रीय उद्यान: गिंडी NP, मुकुर्ती NP, गल्फ ऑफ मन्नार मरीन NP
ASEAN के बारे में तथ्य:
- पूरा नाम: Association of Southeast Asian Nations
- स्थापना: 8 अगस्त, 1967
- मुख्यालय: जकार्ता, इंडोनेशिया
- सदस्य: 10 (ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, वियतनाम)
- तिमोर लेस्ते: पर्यवेक्षक देश (भविष्य में 11वां सदस्य बनेगा)
- उद्देश्य: क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और आर्थिक सहयोग
परीक्षा आधारित MCQs:
Q1. पहली ASEAN–India क्रूज़ संवाद कहाँ आयोजित की गई थी?
A) मुंबई
B) विशाखापत्तनम
C) चेन्नई
D) कोच्चि
उत्तर: C) चेन्नई
Q2. सागरमाला योजना के तहत 2029 तक कितने क्रूज़ यात्रियों का लक्ष्य है?
A) 5 लाख
B) 1 मिलियन
C) 2 मिलियन
D) 50 लाख
उत्तर: B) 1 मिलियन
Q3. भारत में 5,000 किमी जलमार्ग के व्यावसायिक विकास की योजना किस पहल के अंतर्गत है?
A) भारतमाला
B) जल शक्ति अभियान
C) सागरमाला
D) जल जीवन मिशन
उत्तर: C) सागरमाला
Q4. ASEAN–India क्रूज़ संवाद में शामिल कौन सा UNESCO स्थल है?
A) हम्पी
B) साँची
C) मामल्लापुरम
D) अजंता गुफाएं
उत्तर: C) मामल्लापुरम
Q5. तिमोर लेस्ते किस क्षेत्रीय संगठन से जुड़ा है?
A) सार्क
B) ब्रिक्स
C) ASEAN
D) बिम्सटेक
उत्तर: C) ASEAN
UPSC-स्टाइल FAQs और मॉडल उत्तर:
Q1. भारत की समुद्री कूटनीति में ASEAN–India क्रूज़ संवाद का क्या महत्व है?
उत्तर:
यह संवाद भारत की एक्ट ईस्ट नीति को सुदृढ़ करता है और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में समुद्री सहयोग और पर्यटन को बढ़ावा देता है। यह भारत को क्रूज़ पर्यटन के माध्यम से सांस्कृतिक, आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी का केंद्र बनाने की दिशा में एक कदम है। संवाद से क्षेत्रीय सामरिक सहयोग और समुद्री कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा।
Q2. क्रूज़ पर्यटन भारत की ब्लू इकोनॉमी में कैसे योगदान देता है?
उत्तर:
क्रूज़ पर्यटन रोजगार सृजन, तटीय क्षेत्रों के आर्थिक विकास और पर्यावरणीय रूप से सतत विकास में सहायक है। भारत की सागरमाला योजना के तहत बंदरगाहों का आधुनिकीकरण और क्रूज़ टर्मिनलों का विकास नीली अर्थव्यवस्था के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
Q3. ASEAN–India क्रूज़ संवाद के संस्थानीकरण से क्या संभावित परिणाम निकल सकते हैं?
उत्तर:
- भारत और ASEAN के बीच नियमित समुद्री सहयोग
- क्रूज़ टर्मिनल और बंदरगाहों में निवेश
- सांस्कृतिक पर्यटन सर्किटों का विकास
- भारत को ग्लोबल साउथ में क्रूज़ हब के रूप में उभारना
- इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में आर्थिक और रणनीतिक स्थिरता को बढ़ावा
Q4. यह कार्यक्रम भारत की व्यापक भू-राजनीतिक रणनीति को कैसे दर्शाता है?
उत्तर:
यह संवाद भारत की इंडो-पैसिफिक रणनीति का एक उदाहरण है जो आर्थिक, सांस्कृतिक और सामरिक हितों को एकीकृत करता है। ASEAN के साथ साझेदारी से भारत क्षेत्रीय सहयोग, स्वायत्तता और नियम आधारित व्यवस्था को बढ़ावा देता है और समुद्री प्रभुत्व को सुदृढ़ करता है।