
परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण बिंदु (SSC/UPSC/Govt Exams के लिए उपयोगी)
- मई 2025 में भारत की खुदरा महंगाई दर (CPI आधारित): 2.82% (अप्रैल 2025 में 3.16%)
- यह दर फरवरी 2019 के बाद सबसे कम है।
- खाद्य महंगाई दर (CFPI): मई 2025 में 0.99% (अक्टूबर 2021 के बाद सबसे कम)
- ग्रामीण महंगाई: मई 2025 में 2.59% (अप्रैल 2025 में 2.92%)
- शहरी महंगाई: मई 2025 में 3.08% (अप्रैल 2025 में 3.36%)
- हाउसिंग महंगाई: मई 2025 में 3.16%
- शिक्षा महंगाई: मई 2025 में 4.12%
- मुख्य कारण: दालें, सब्जियां, फल, अनाज, घरेलू सामानों की कीमतों में गिरावट और अनुकूल आधार प्रभाव।
- RBI दरों में कटौती पर प्रभाव: अगस्त में दरों में कटौती की संभावना कम।
- वर्ष 2025-26 के लिए अनुमानित औसत महंगाई दर: 4% से कम।
खुदरा महंगाई पर विस्तृत जानकारी
खुदरा महंगाई दर क्या है?
खुदरा महंगाई दर उस दर को दर्शाती है जिस पर उपभोक्ताओं द्वारा खरीदे जाने वाले सामान और सेवाओं की कीमतें बढ़ती हैं। भारत में इसे उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) के आधार पर मापा जाता है।
मई 2025 का प्रदर्शन
मई 2025 में खुदरा महंगाई दर 2.82% दर्ज की गई, जो फरवरी 2019 के बाद सबसे कम रही। इससे पहले अप्रैल 2025 में यह 3.16% थी। यह गिरावट मुख्य रूप से खाद्य वस्तुओं की कीमतों में कमी की वजह से हुई है।
खाद्य महंगाई दर 0.99% रही, जो अक्टूबर 2021 के बाद सबसे कम है। ग्रामीण क्षेत्रों में महंगाई 2.59% और शहरी क्षेत्रों में 3.08% दर्ज की गई।
मुख्य घटक
- दाल और उसके उत्पादों की कीमतों में कमी
- सब्जियों और फलों के दामों में गिरावट
- अनाज और घरेलू सामान की कीमतों में कमी
- अनुकूल आधार प्रभाव ने भी महंगाई को नीचे रखा
विशेषज्ञों की राय
DBS बैंक और Elara Securities के अर्थशास्त्रियों ने इसे अपेक्षित बताया और कहा कि इससे देश की आर्थिक नीतियों में नर्मी की संभावना बनती है। हालांकि, अगस्त में दरों में कटौती की संभावना कम मानी जा रही है।
उल्लेखनीय संगठन/संस्थान
RBI (Reserve Bank of India)
- स्थापना: 1 अप्रैल 1935
- मुख्यालय: मुंबई
- वर्तमान गवर्नर (2025): शक्तिकांत दास
MOSPI (Ministry of Statistics and Programme Implementation)
- भूमिका: सांख्यिकीय डेटा का संकलन और प्रकाशन
- मुख्यालय: नई दिल्ली
संभावित परीक्षा प्रश्न (MCQ)
1. भारत की खुदरा महंगाई दर मई 2025 में कितनी रही?
A) 3.16%
B) 2.82%
C) 4.12%
D) 2.59%
उत्तर: B) 2.82%
2. मई 2025 में खुदरा महंगाई दर का मुख्य कारण क्या था?
A) तेल की कीमतों में वृद्धि
B) सब्जियों और दालों की कीमतों में कमी
C) शिक्षा शुल्क में वृद्धि
D) ईंधन करों में बढ़ोतरी
उत्तर: B) सब्जियों और दालों की कीमतों में कमी
3. खाद्य महंगाई दर (CFPI) मई 2025 में कितनी थी?
A) 0.99%
B) 2.82%
C) 3.16%
D) 4.12%
उत्तर: A) 0.99%
4. मई 2025 में ग्रामीण महंगाई दर क्या रही?
A) 2.59%
B) 3.08%
C) 0.99%
D) 4.12%
उत्तर: A) 2.59%
UPSC/SSC टाइप FAQs (उत्तर UPSC उत्तर लेखन शैली में)
Q1: मई 2025 में खुदरा महंगाई दर में गिरावट का भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
उत्तर:
मई 2025 में खुदरा महंगाई दर में गिरावट से उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति बढ़ेगी, जिससे उपभोक्ता खर्च में वृद्धि हो सकती है। यह आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा दे सकता है, खासकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था में जहां महंगाई दर अपेक्षाकृत कम रही। हालांकि, इतनी कम महंगाई दर से केंद्रीय बैंक (RBI) पर दरों में कटौती का दबाव कम होगा क्योंकि यह संकेत करता है कि अर्थव्यवस्था में मांग पक्ष की कमजोरी बनी हुई है। इसके अतिरिक्त, यदि मानसून सामान्य रहता है तो आगे खाद्य कीमतों में स्थिरता बनी रह सकती है, जिससे कुल महंगाई दर नियंत्रण में रहेगी।
Q2: RBI की मौद्रिक नीति पर इस रिपोर्ट का क्या असर हो सकता है?
उत्तर:
RBI के लिए यह महंगाई रिपोर्ट सकारात्मक संकेत देती है क्योंकि यह उसके 4% महंगाई लक्ष्य से नीचे है। हालांकि, चूंकि महंगाई दर इतनी कम है, इससे यह भी स्पष्ट होता है कि मांग में कमजोरी है। ऐसे में RBI आक्रामक दर कटौती से परहेज कर सकता है और यह देख सकता है कि पहले की नीतिगत दर कटौतियों का बाजार और ऋण प्रवाह पर क्या असर पड़ा है। कुल मिलाकर, यह रिपोर्ट मौद्रिक नीति को संतुलित बनाए रखने की आवश्यकता को रेखांकित करती है।