SSC, UPSC, राज्य PSC व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुख्य बिंदु

  • FAO और WFP ने हंगर हॉटस्पॉट रिपोर्ट जून से अक्टूबर 2025 तक के लिए जारी की है।
  • कुल 13 देश/क्षेत्र गंभीर खाद्य असुरक्षा की स्थिति में हैं।
  • सूडान, फिलिस्तीन (गाज़ा पट्टी), साउथ सूडान, हैती और माली को “अत्यधिक चिंता” (Highest Concern) की श्रेणी में रखा गया है।
  • मुख्य कारण: सशस्त्र संघर्ष, विस्थापन, आर्थिक संकट, जलवायु आपदाएं और फंडिंग में कटौती
  • गाज़ा में 4.7 लाख और दक्षिण सूडान में 63 हजार लोग भुखमरी जैसे हालात (IPC फेज 5) में पहुंच सकते हैं।
  • सूडान में 2.46 करोड़ लोग खाद्य संकट या उससे भी बदतर स्थिति में हैं।
  • मई 2025 तक आवश्यक फंडिंग का केवल 9% ही प्राप्त हुआ।
  • डोनर देशों की थकावट के चलते मानवीय सहायता में भारी कटौती हो रही है।

विस्तृत विश्लेषण: दुनिया में बढ़ती भूख का संकट

क्यों FAO-WFP ने दी वैश्विक भूख संकट की चेतावनी?

FAO और WFP ने संयुक्त रूप से यह रिपोर्ट प्रकाशित की जिसमें बताया गया कि जून से अक्टूबर 2025 के बीच 13 देशों में भूख की स्थिति और गंभीर हो सकती है

रिपोर्ट में दो श्रेणियाँ हैं:

  • अत्यधिक चिंता वाले देश (Highest Concern) – जहाँ IPC Phase 5 (भुखमरी/त्रासदी) की स्थिति है।
  • बहुत अधिक चिंता वाले देश (Very High Concern) – जहाँ IPC Phase 4 (आपातकालीन) की ओर हालात बढ़ रहे हैं।

मुख्य कारण:

  • सशस्त्र संघर्ष, आर्थिक अस्थिरता, प्राकृतिक आपदाएं, मानव विस्थापन, और मानवीय सहायता में कमी

जहाँ हालात सबसे खराब हैं – IPC Phase 5 (Catastrophe)

सूडान

  • दुनिया का सबसे बड़ा क्षेत्रीय विस्थापन संकट, 1.24 करोड़ लोग बेघर।
  • IPC डेटा: 2.46 करोड़ लोग IPC Phase 3+ में, 8.1 मिलियन Emergency में, और 6.37 लाख Catastrophe में।
  • संघर्ष के कारण खाद्य आपूर्ति और मानवीय सहायता ठप।

फिलिस्तीन (गाज़ा पट्टी)

  • पूरी आबादी IPC Phase 3+ में।
  • 4.7 लाख से अधिक लोग IPC Phase 5 में – भुखमरी की स्थिति।

साउथ सूडान

  • 63,000 लोग IPC Phase 5 में हो सकते हैं।
  • सूडान से आए शरणार्थियों और बाढ़ की दोहरी मार।

हैती

  • 5.7 मिलियन लोग, जो देश की आधी जनसंख्या है, IPC Phase 3+ में।
  • गैंग हिंसा, आर्थिक संकट और तूफानों से खाद्य असुरक्षा और बढ़ी।

माली

  • 2,600 लोग IPC Phase 5 में पहुंच सकते हैं।
  • IPC Phase 3+ में 15 लाख लोग (जून–अगस्त 2025 में अनुमानित)।

संगठन व देश संबंधी तथ्य (परीक्षा उपयोगी जानकारी)

सूडान

  • राजधानी: खार्तूम (व्यवधान के चलते Port Sudan अस्थायी केंद्र)
  • मुद्रा: सूडानी पाउंड
  • प्रमुख नदी: नील नदी
  • सीमावर्ती देश: चाड, मिस्र, दक्षिण सूडान, इथियोपिया, इरिट्रिया, लीबिया

FAO (खाद्य और कृषि संगठन)

  • मुख्यालय: रोम, इटली
  • स्थापना: 1945
  • उद्देश्य: भूख मिटाना, पोषण सुधारना, खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना

WFP (विश्व खाद्य कार्यक्रम)

  • मुख्यालय: रोम, इटली
  • स्थापना: 1961
  • संयुक्त राष्ट्र की खाद्य सहायता शाखा
  • नोबेल शांति पुरस्कार: 2020

IPC (Integrated Food Security Phase Classification)

  • खाद्य असुरक्षा को पाँच स्तरों में वर्गीकृत करता है:
    1. न्यूनतम
    2. तनावपूर्ण
    3. संकट (Crisis)
    4. आपातकाल (Emergency)
    5. त्रासदी/भुखमरी (Catastrophe/Famine)

MCQ प्रश्न अभ्यास के लिए

Q1. FAO-WFP रिपोर्ट के अनुसार जून–अक्टूबर 2025 के लिए किस देश में सबसे अधिक लोग IPC Phase 3+ में अनुमानित हैं?

a) साउथ सूडान
b) सूडान
c) हैती
d) नाइजीरिया
उत्तर: b) सूडान

Q2. IPC Phase 5 का क्या अर्थ है?

a) तनावपूर्ण स्थिति
b) आपातकालीन स्थिति
c) त्रासदी/भुखमरी
d) संकट
उत्तर: c) त्रासदी/भुखमरी

Q3. WFP के साथ Hunger Hotspots रिपोर्ट किस संगठन ने मिलकर बनाई है?

a) IMF
b) WHO
c) FAO
d) UNHCR
उत्तर: c) FAO

Q4. निम्न में से कौन-सा भूख का प्रमुख कारण नहीं है?

a) जलवायु परिवर्तन
b) औद्योगिक विकास
c) सशस्त्र संघर्ष
d) विस्थापन
उत्तर: b) औद्योगिक विकास


UPSC के अनुसार उत्तर लेखन शैली में FAQs

Q1. वर्ष 2025 में खाद्य असुरक्षा बढ़ने के पीछे वैश्विक प्रमुख कारण क्या हैं?

उत्तर (UPSC शैली):
वर्ष 2025 में खाद्य असुरक्षा की वृद्धि के पीछे निम्नलिखित कारण हैं:

  • सशस्त्र संघर्ष: सूडान, फिलिस्तीन व डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में संघर्ष से खाद्य तंत्र ध्वस्त।
  • आर्थिक संकट: मुद्रास्फीति, कर्ज और मुद्रा अवमूल्यन से खरीदने की क्षमता घटी।
  • जलवायु आपदाएं: बाढ़, सूखा, तूफानों ने खेती और उत्पादन पर असर डाला।
  • विस्थापन: सूडान से 1.24 करोड़ से अधिक लोग विस्थापित होकर अन्य देशों पर बोझ बने।
  • मानवीय सहायता में कटौती: मई 2025 तक आवश्यक फंड का केवल 9% उपलब्ध।

यह संकट बहुआयामी है जिसमें भू-राजनीतिक, आर्थिक और प्राकृतिक आपदाएं एक साथ काम कर रही हैं।


Q2. IPC वर्गीकरण प्रणाली क्या है और यह खाद्य असुरक्षा को कैसे आंकती है?

उत्तर (UPSC शैली):
IPC (Integrated Food Security Phase Classification) खाद्य असुरक्षा को पांच स्तरों में वर्गीकृत करने की एक मानक प्रणाली है:

  1. न्यूनतम (Phase 1)
  2. तनावपूर्ण (Phase 2)
  3. संकट (Phase 3)
  4. आपातकाल (Phase 4)
  5. त्रासदी/भुखमरी (Phase 5)

FAO-WFP की रिपोर्ट में IPC डेटा के आधार पर यह अनुमान लगाया जाता है कि कितनी जनसंख्या IPC Phase 3+ में है, जो मानवीय सहायता की पात्र होती है। IPC Phase 5 अत्यंत गंभीर स्थिति होती है जिसमें भुखमरी, कुपोषण व मृत्यु देखी जाती है।


Q3. भारत इस प्रकार के वैश्विक खाद्य संकटों को कम करने में क्या भूमिका निभा सकता है?

उत्तर (UPSC शैली):
भारत निम्नलिखित तरीकों से भूख संकट को कम करने में अहम भूमिका निभा सकता है:

  • फूड डिप्लोमेसी: अतिरिक्त खाद्यान्नों को मानवीय सहायता के रूप में जरूरतमंद देशों को देना।
  • दक्षिण-दक्षिण सहयोग: FAO-WFP के ज़रिए तकनीकी सहायता व कृषि सलाह।
  • वित्तीय व रसद सहायता: अंतरराष्ट्रीय मानवीय प्रयासों में फंडिंग।
  • जलवायु-प्रतिरोधी कृषि का मॉडल: भारत के राज्यों के सफल उदाहरणों को साझा करना।

भारत की वैश्विक खाद्य सुरक्षा में नेतृत्वकारी भूमिका SDG-2 (Zero Hunger) के लिए आवश्यक है।