SSC और अन्य सरकारी परीक्षाओं के लिए मुख्य बिंदु

  • पौधे लगभग 450 मिलियन वर्ष पहले जल-आधारित शैवाल (algae) से विकसित हुए।
  • 130 मिलियन वर्ष पहले फूलदार पौधों (flowering plants) का विकास हुआ।
  • पौधों के जीवन चक्र में दो चरण होते हैं: गैमेटोफाइट और स्पोरोफाइट
  • फूलदार पौधों में स्पोरोफाइट चरण प्रमुख होता है।
  • गैमेटोफाइट्स स्पोरोफाइट्स के अंदर छिपे रहते हैं।
  • पुरुष गैमेटोफाइट्स पराग (pollen) बनाते हैं, जो नर युग्मक (sperm) को ले जाते हैं।
  • SHUKR जीन पराग विकास में महत्वपूर्ण है।
  • SHUKR जीन F-box जीन को नियंत्रित करता है।
  • SHUKR जीन 125 मिलियन वर्ष पहले युडिकॉट्स (eudicots) में उत्पन्न हुआ।
  • जलवायु परिवर्तन से पराग की गुणवत्ता पर प्रभाव पड़ता है।
  • SHUKR पर शोध से जलवायु-प्रतिरोधी फसलों का विकास संभव है।

विस्तृत ब्लॉग

परिचय: पृथ्वी पर जीवन और पौधों की भूमिका

पृथ्वी पर जीवन का आधार पौधे हैं। ये ऑक्सीजन बनाते हैं, खाद्य श्रृंखला की शुरुआत करते हैं और पर्यावरण को संतुलित रखते हैं। लगभग 450 मिलियन वर्ष पहले, पौधे पानी में रहने वाले शैवाल से विकसित होकर स्थलीय जीव बने। इस विकास की सबसे बड़ी छलांग 130 मिलियन वर्ष पहले हुई, जब फूलदार पौधे (angiosperms) अस्तित्व में आए। इस अचानक बदलाव को चार्ल्स डार्विन ने “abominable mystery” (अभिशप्त रहस्य) कहा था।


पौधों का जीवन चक्र: गैमेटोफाइट बनाम स्पोरोफाइट

पौधों के जीवन चक्र में दो मुख्य चरण होते हैं:

  1. गैमेटोफाइट चरण – इसमें कोशिकाओं में केवल एक जीन सेट होता है और ये नर या मादा युग्मक बनाते हैं।
  2. स्पोरोफाइट चरणगैमेटोफाइट्स के संयोग से बनता है, इसमें दो जीन सेट होते हैं और यह बीज या बीजाणु बनाता है।

प्राचीन पौधे जैसे काई (mosses) अपने जीवन का अधिकतर समय गैमेटोफाइट के रूप में बिताते हैं, जबकि फूलदार पौधे स्पोरोफाइट रूप में अधिक सक्रिय रहते हैं।


फूलदार पौधे: प्रजनन का नया तरीका

फूलों वाले पौधों में:

  • गैमेटोफाइट्स स्पोरोफाइट्स के अंदर सुरक्षित होते हैं।
  • पराग (pollen) नर गैमेटोफाइट है, जो नर युग्मक (sperm) को मादा भाग तक पहुंचाता है।
  • जब नर और मादा युग्मक का संयोग होता है, तो बीज बनता है।

यह प्रक्रिया फूलदार पौधों को विभिन्न परिस्थितियों में सफलतापूर्वक प्रजनन करने में सक्षम बनाती है।


SHUKR जीन: विकास का अदृश्य नायक

हाल ही के शोधों में Arabidopsis thaliana नामक पौधे में एक महत्वपूर्ण जीन SHUKR की पहचान हुई है:

  • यह पराग के विकास में जरूरी है।
  • अगर यह जीन काम न करे तो पौधा सक्रिय पराग नहीं बना सकता
  • यह F-box जीन को भी नियंत्रित करता है, जो पराग विकास में भूमिका निभाते हैं।
  • इससे यह स्पष्ट होता है कि स्पोरोफाइट और गैमेटोफाइट के विकास में गहरा संबंध है।

तेज़ विकास और अनुकूलन क्षमता

  • SHUKR जीन का विकास युडिकॉट्स में 125 मिलियन वर्ष पहले हुआ।
  • यह जीन समय के साथ तेजी से विकसित हुआ, जिससे पौधों को पर्यावरण के अनुसार खुद को ढालने में मदद मिली
  • यह पराग की गुणवत्ता बदलकर पौधे की प्रजनन क्षमता बनाए रखता है।

खाद्य सुरक्षा और अनुसंधान की दिशा

आज फूलदार पौधे विश्व खाद्य सुरक्षा के मुख्य स्रोत हैं। लेकिन बढ़ता तापमान पराग को नुकसान पहुंचाकर पौधों को नर नसबंदी की ओर ले जा सकता है।

SHUKR जीन पर शोध से:

  • गर्मी सहने वाले पौधे बनाए जा सकते हैं।
  • फसल उत्पादन बेहतर हो सकता है।
  • भविष्य में खाद्य संकट से निपटना आसान हो सकता है।

Static GK – परीक्षा उपयोगी जानकारी

Arabidopsis thaliana (जिन पर शोध हुआ)

  • प्रकार: छोटा फूलदार पौधा
  • परिवार: ब्रैसिकेसी (Brassicaceae) – सरसों के समान
  • प्रयोग: आनुवंशिकी और वनस्पति विज्ञान में मॉडल पौधा
  • विशेषता: इसका पूरा जीनोम सबसे पहले अनुक्रमित किया गया था।

संभावित प्रश्न (MCQs)

Q1. SHUKR जीन मुख्य रूप से किस प्रक्रिया से संबंधित है?
A. पत्ती विकास
B. बीज अंकुरण
C. पराग विकास
D. जड़ वृद्धि
उत्तर: C. पराग विकास


Q2. फूलों वाले पौधों में जीवन चक्र का कौन सा चरण प्रमुख होता है?
A. गैमेटोफाइट
B. स्पोरोफाइट
C. युग्मक
D. भ्रूण
उत्तर: B. स्पोरोफाइट


Q3. चार्ल्स डार्विन ने फूलों वाले पौधों के अचानक विकास को क्या कहा था?
A. वनस्पति क्रांति
B. आनुवंशिक विस्फोट
C. अभिशप्त रहस्य
D. विकासीय जाल
उत्तर: C. अभिशप्त रहस्य


Q4. Arabidopsis thaliana में SHUKR जीन किसे नियंत्रित करता है?
A. ज़ाइलेम ऊतक
B. क्लोरोप्लास्ट क्रिया
C. F-box जीन
D. बीज निष्क्रियता
उत्तर: C. F-box जीन


Q5. फूलों वाले पौधों में नर गैमेटोफाइट का मुख्य कार्य क्या होता है?
A. बीज बनाना
B. सूर्य का प्रकाश अवशोषित करना
C. पराग के ज़रिए नर युग्मक पहुंचाना
D. पोषक तत्वों का परिवहन
उत्तर: C. पराग के ज़रिए नर युग्मक पहुंचाना