
SSC, UPSC और अन्य सरकारी परीक्षाओं के लिए मुख्य बिंदु
- प्रतियोगिता: 15वीं साउथ एशियन बॉडीबिल्डिंग और फिजीक स्पोर्ट्स चैंपियनशिप 2025
- स्थान: थिम्फू, भूटान
- विजेता: याजिक हिलंग (भारत)
- उपलब्धि: महिलाओं की मॉडल फिजीक (155 सेमी तक) श्रेणी में स्वर्ण पदक
- महत्व: अरुणाचल प्रदेश की पहली महिला फिजीक स्पोर्ट्स एथलीट, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक जीता
- आयोजक: साउथ एशियन बॉडीबिल्डिंग और फिजीक स्पोर्ट्स फेडरेशन (SABPSF)
- मान्यता: वर्ल्ड बॉडीबिल्डिंग और फिजीक स्पोर्ट्स फेडरेशन (WBPF)
- समाप्ति तिथि: 16 जून 2025
पूर्ण विवरण
परिचय
भारत की याजिक हिलंग ने 15वीं साउथ एशियन बॉडीबिल्डिंग और फिजीक स्पोर्ट्स चैंपियनशिप 2025 में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। यह प्रतियोगिता थिम्फू, भूटान में आयोजित हुई थी। हिलंग ने महिलाओं की मॉडल फिजीक 155 सेमी तक श्रेणी में पहला स्थान हासिल किया। यह उपलब्धि उन्हें अरुणाचल प्रदेश की पहली महिला एथलीट बनाती है, जिन्होंने फिजीक स्पोर्ट्स में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक जीता है।
प्रतियोगिता के बारे में
इस प्रतियोगिता का आयोजन साउथ एशियन बॉडीबिल्डिंग और फिजीक स्पोर्ट्स फेडरेशन (SABPSF) ने किया। इस प्रतिष्ठित आयोजन में कई दक्षिण एशियाई देशों के प्रतिभागियों ने भाग लिया और यह वर्ल्ड बॉडीबिल्डिंग और फिजीक स्पोर्ट्स फेडरेशन (WBPF) द्वारा मान्यता प्राप्त है।
यह प्रतियोगिता 5 दिन चली और 16 जून 2025 को समाप्त हुई।
संबंधित राज्य/संगठन के महत्वपूर्ण तथ्य
अरुणाचल प्रदेश
- राजधानी: ईटानगर
- मुख्यमंत्री: पेमा खांडू
- राज्यपाल: कैवल्य त्रिवेदी
- महत्वपूर्ण राष्ट्रीय उद्यान: नामदाफा राष्ट्रीय उद्यान, मौलिंग राष्ट्रीय उद्यान
- मुख्य नदियाँ: सियांग, सुबनसिरी, कामेंग, तिरप
भूटान
- राजधानी: थिम्फू
- प्रधानमंत्री: लोटे शेरिंग
- मुद्रा: न्यूगुलट्रम
साउथ एशियन बॉडीबिल्डिंग और फिजीक स्पोर्ट्स फेडरेशन (SABPSF)
- प्रकार: दक्षिण एशिया का क्षेत्रीय खेल शासी निकाय
- मान्यता: वर्ल्ड बॉडीबिल्डिंग और फिजीक स्पोर्ट्स फेडरेशन (WBPF)
वर्ल्ड बॉडीबिल्डिंग और फिजीक स्पोर्ट्स फेडरेशन (WBPF)
- स्थापना: 2009
- मुख्यालय: सिंगापुर
- भूमिका: वैश्विक शासी निकाय (बॉडीबिल्डिंग और फिजीक स्पोर्ट्स)
परीक्षा आधारित MCQs
Q1. 15वीं साउथ एशियन बॉडीबिल्डिंग और फिजीक स्पोर्ट्स चैंपियनशिप 2025 कहां आयोजित हुई?
A) काठमांडू
B) कोलंबो
C) थिम्फू
D) नई दिल्ली
उत्तर: C) थिम्फू
Q2. याजिक हिलंग किस भारतीय राज्य से संबंध रखती हैं?
A) असम
B) अरुणाचल प्रदेश
C) मणिपुर
D) सिक्किम
उत्तर: B) अरुणाचल प्रदेश
Q3. याजिक हिलंग ने किस श्रेणी में स्वर्ण पदक जीता?
A) महिलाओं की मॉडल फिजीक 160 सेमी तक
B) महिलाओं की मॉडल फिजीक 155 सेमी तक
C) महिलाओं की फिटनेस फिजीक
D) महिलाओं की बॉडीबिल्डिंग
उत्तर: B) महिलाओं की मॉडल फिजीक 155 सेमी तक
Q4. साउथ एशियन बॉडीबिल्डिंग और फिजीक स्पोर्ट्स चैंपियनशिप को कौन मान्यता देता है?
A) IOC
B) WBPF
C) FIFA
D) FIBA
उत्तर: B) WBPF
UPSC-स्टाइल FAQs (उत्तर UPSC आंसर राइटिंग फॉर्मेट में)
Q1. याजिक हिलंग की उपलब्धि का उत्तर-पूर्व भारत में खेल विकास के लिए महत्व पर आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए।
उत्तर:
याजिक हिलंग की उपलब्धि उत्तर-पूर्व भारत में खेलों के विकास के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। उनका स्वर्ण पदक अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्य को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल मानचित्र पर स्थापित करता है, जहां खेल सुविधाएं अपेक्षाकृत सीमित हैं।
यह सफलता न केवल महिला खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनेगी, बल्कि बॉडीबिल्डिंग जैसे पुरुष प्रधान खेल में महिलाओं की भागीदारी को भी प्रोत्साहित करेगी। इससे क्षेत्र में खेल अवसंरचना में निवेश और नीति स्तर पर सकारात्मक बदलाव आने की संभावना बढ़ेगी।
यह उपलब्धि खेलो इंडिया जैसे सरकारी कार्यक्रमों की प्राथमिकताओं से भी मेल खाती है और क्षेत्र में खेल संस्कृति को सशक्त करने में सहायक हो सकती है।
Q2. दक्षिण एशिया में बॉडीबिल्डिंग को बढ़ावा देने में SABPSF जैसी क्षेत्रीय खेल संघों की भूमिका पर चर्चा कीजिए।
उत्तर:
साउथ एशियन बॉडीबिल्डिंग और फिजीक स्पोर्ट्स फेडरेशन (SABPSF) जैसे क्षेत्रीय खेल संघ दक्षिण एशिया में बॉडीबिल्डिंग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये संघ मानकीकृत नियमों के तहत प्रतियोगिताएं आयोजित करते हैं, जिससे एथलीटों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की तैयारी का अवसर मिलता है।
SABPSF जैसे संगठन खेल कूटनीति को भी मजबूत करते हैं और दक्षिण एशियाई देशों के बीच खेल-संबंधी सहयोग को प्रोत्साहित करते हैं। ये संगठन क्षेत्रीय खिलाड़ियों को वैश्विक मंच पर लाने में पुल का कार्य करते हैं।
Q3. WBPF जैसी अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त करने से क्षेत्रीय प्रतियोगिताओं का स्तर कैसे बढ़ता है?
उत्तर:
WBPF जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से मान्यता मिलने से क्षेत्रीय प्रतियोगिताओं का स्तर कई गुना बढ़ जाता है। इससे प्रतियोगिता की पारदर्शिता, निष्पक्षता और गुणवत्ता सुनिश्चित होती है।
इस मान्यता से क्षेत्रीय खिलाड़ियों को वैश्विक प्रतियोगिताओं में भागीदारी का अवसर मिलता है और प्रतियोगिता को प्रायोजकों तथा मीडिया का समर्थन भी अधिक मिलता है। यह क्षेत्रीय खेलों को वैश्विक मानकों तक पहुंचाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।